चार धाम यात्रा- एक पवित्र सफर

"क्या आप तैयार है ऐसे सफर के लिए जो आत्मा तक पहुंचती है"

"कभी दिल ने पूछा — क्या वाकई कोई ऐसी जगह है जहाँ केवल कदम ही नहीं, आत्मा भी यात्रा करती है? चारधाम यात्रा ऐसी ही एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जहाँ हर मोड़ पर भक्ति मिलती है, आइए, इस दिव्य यात्रा के हर चरण को दिल से महसूस करें..."

यात्रा क्रम - यमुनोत्री,गंगोत्री केदारनाथ ,बद्रीनाथ मोक्ष का मार्ग है

मां यमुना का दिव्य धाम - 6 km तक  must see: सूर्य कुंड, दिव्य शिलादिव्य शिला

यमुनोत्री धाम

गंगा जी का उद्गम स्थल भागीरथ शिराजा भगीरथ की कठोर तपस्या के कारण माँ गंगा स्वर्ग से धरती पर आईं

गंगोत्री धाम

केदारनाथ धाम

केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है मान्यता है कि पांडवों ने अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए यहाँ भगवान शिव की तपस्या की थी।  

बद्रीनाथ धाम

बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु के स्वरूप बद्री नारायण को समर्पित है बद्रीनाथ में तप्त कुंड नामक गर्म पानी का स्रोत है, जिसमें स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।  

Best Time: May–June & Sept–Oct रजिस्ट्रेशन  जरूरी है

क्या लेकर जाएं

गर्म कपड़े ऊँचाई पर ठंड अधिक होती है, इसलिए ऊनी कपड़े, दस्ताने, टोपी  पैर में पहनने वाले मोजे और जैकेट साथ रखें।

ट्रैकिंग गियर-आरामदायक जूते या चप्पल, छड़ी, रेनकोट और वाटरप्रूफ बैग ,  यात्रा के दौरान मददगार होते हैं।

प्रकृति+ भक्ति का संगम Snow, aarti, rivers, peace

चार धाम-एक आत्मा से जुड़ा हुआ अनुभव है

क्या आप तैयार हैं एक ऐसी यात्रा के लिए जो शरीर को ही नहीं बल्कि आत्मा को भी शुद्ध करती है

चार धाम यात्रा 2025: बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की सम्पूर्ण गाइड