"कभी दिल ने पूछा — क्या वाकई कोई ऐसी जगह है जहाँ केवल कदम ही नहीं, आत्मा भी यात्रा करती है? चारधाम यात्रा ऐसी ही एक पवित्र तीर्थयात्रा है, जहाँ हर मोड़ पर भक्ति मिलती है, आइए, इस दिव्य यात्रा के हर चरण को दिल से महसूस करें..."
मां यमुना का दिव्य धाम - 6 km तक must see: सूर्य कुंड, दिव्य शिलादिव्य शिला
गंगा जी का उद्गम स्थल भागीरथ शिराजा भगीरथ की कठोर तपस्या के कारण माँ गंगा स्वर्ग से धरती पर आईं
केदारनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है मान्यता है कि पांडवों ने अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए यहाँ भगवान शिव की तपस्या की थी।
बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु के स्वरूप बद्री नारायण को समर्पित है बद्रीनाथ में तप्त कुंड नामक गर्म पानी का स्रोत है, जिसमें स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
क्या आप तैयार हैं एक ऐसी यात्रा के लिए जो शरीर को ही नहीं बल्कि आत्मा को भी शुद्ध करती है
चार धाम यात्रा 2025: बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की सम्पूर्ण गाइड